लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व शोधछात्र डॉ.अरुण कुमार निषाद (उत्त्तर प्रदेश जनपद सुल्तानपुर जयसिंहपुर तहसील के अंतर्गत अर्जुनपुर (बेलहरी) ग्राम के निवासी) का नवीन साझा काव्य संग्रह नोशन प्रेस यूनाइटेड किंगडम से प्रकाशित हो गया । “कोरोना विजय” नामक इस काव्य संग्रह में संपूर्ण भारत के 31 कवियों-कवयित्रियों (प्रो.ताराशंकर शर्मा पाण्डेय, मुकुल महान, युवराज भट्टराई, डॉ.रामविनय सिंह, अरशद जमाल, प्रो.रवीन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. अलका सिंह, पंकज प्रसून, वाहिद अली वाहिद, डॉ.रीता त्रिवेदी, हरदीप सबरवाल, विनोद कुमार जैन, डॉ.प्रज्ञा पाण्डेय, डॉ.शैल वर्मा, महावीर उत्तरांचली,.हरिनारायण सिंह हरि, डॉ.अरुण कुमार निषाद, डॉ.रामहेत गौतम, अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रीती सिंह, प्रज्ञा दूबे, डॉ.आभा झा, अनीस शाह अनीस, डॉ.शालीन सिंह, कुशाग्र जैन, डॉ.एस.एन. झा, डॉ.पूजा झा,रामकिशन शर्मा, सिन्धु मिश्रा,डॉ.प्रवेश सक्सेना, परमानन्द भट्ट की कविताओं को इसमें शालिल किया गया है जिन्होंने कोरोना वायरस, लाक डाउन पर कविता, गजल, दोहे, मुक्तक आदि लिखे हैं । यह पुस्तक अमेजन पर उपलब्ध है ।
इसके पहले अरुण की तीन पुस्तकें आधुनिक संस्कृत साहित्य में महिलाओं की रचनाधर्मिता (शोधग्रंथ), तस्वीर-ए-दिल (काव्यसंग्रह), आधुनिक संस्कृत साहित्य विविध आयाम (शोधग्रंथ) प्रकाशित हो चुकी हैं ।
डॉ.निषाद ने कक्षा छ: से बारह तक की पढ़ाई जनता इंटर कालेज बेलहरी सुल्तानपुर, स्नातक के.एन.आई.पी.एस.एस.सुल्तानपुर, परास्नातक राणा प्रताप पी.जी. कालेज सुल्तानपुर, पीएचडी लखनऊ विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग से किया है । इन्होंने संस्कृत विषय में यूजीसी नेट की परीक्षा, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से पत्रकारिता, प्रयाग संगीत समिति से संगीत प्रभाकर की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है ।
अरुण ने अपनी इस रचना का श्रेय अपने माता-पिता, भैया-भाभी, गुरुजनों, मित्रों तथा शुभचिंतकों को दिया है ।
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